Charcoal jar

Saturday, October 6, 2012

القارب 3:4

-   أتبكي؟.
-   ...
-   ما الأمر.
-   دعني ألمسك.
-   تريد أن تلمسني؟.
-   لا.
-   أها.
-   أريد...
-   ماذا؟. ماذا تريد؟.
-   دعني ألمسك.
-   حسناً. تعال.
-   ...
-   قل لي.
-   قل لهم...
-   أها؟.
-   قل للسُّعاة...
-   ماذا؟.
-   لا يؤاخذونا بمطلوبهم.
-   أيفعلون؟.
-   خيرٌ لهم.
-   أعني، أهُم يفعلون؟.
-   انظر إلينا.
-   مطلوبهم، أم يفعلون؟.
-   لا مطلوبهم!، ولا يفعلون!، ما هذا؟.
-   إذاً من؟.
-   أمس قابلتُ مسافراً قال.
-   قال من؟.
-   كان وحده.
-   ماذا قال؟.
-   نحن قوم الطريق.
-   ظننته وحده.
-   والسُّعاة قواعده.
-   لا أفهم.
-   شكراً.
-   أتعلم مَن نحن؟.
-   أعلم مَن نحن.
-   حقاً؟.
-   نحن؟.
-   أها؟.
-   نحن مكانٌ يحبُّ مكاناً آخر.
-   هكذا؟. فأين تركناهم؟.
-   مَن؟.
-   السُّعَاة.
-   مَن؟.
-   نعم مَن. مَن السُّعاة؟.
-   إنهم... السُّعاة!.
-   هكذا؟.
-   نعم هكذا!. وهل عليهم أيضاً أن يعلموا مَن نحن؟.
-   أيظنون أيضاً أنهم سُعاةُ مكانٍ يحبُّ مكاناً آخر؟.
-   ليكن هكذا إذاً.
-   ألا يهمّنا الأمر؟.
-   لندعهم يرتاحون قليلاً.
-   ثم؟.
-   سيلحقون بنا.
-   وإذا لم يفعلوا.
-   إنهم السُّعاة، قواعد الطريق، أنسيت؟.
-   ونحن...
-   لا تقل.
-   أهُم هنا سلفاً؟
-   ليس بعد. ستأكلهم أيديهم، وسينـ...
-   ولكنك قلت. ولكنك لم تقل...
-   ...
-   أعني. لا أفهم. إنها...
-   ما الأمر؟. كنتَ تقول ولكنك لم تقل.
-   شكراً. شكراً.
-   يا للهول!. كدنا نضيع. اغفر لي.
-   هههه. استقام الأمر. فليأتِ السُّعاة.
-   حصيف. كَمْمممم أنت حصيف.
-   هل فعلناها؟.
-   ما الذي كنتُ سأفعل دونك.
-   هنا؟.